वाह मीडिया! हिंदी ब्लॉग Hindi Blog by Balendu Sharma Dadhich
दूसरों पर उंगली उठाने में सबसे आगे है मीडिया। सबकी नुक्ताचीनी में लगा मीडिया क्या स्वयं त्रुटिहीन है? आइए, इस हिंदी ब्लॉग के जरिए थोड़ी सी चुटकी लें, थोड़ी सी आत्मालोचना करें।
दूसरों पर उंगली उठाने में सबसे आगे है मीडिया। सबकी नुक्ताचीनी में लगा मीडिया क्या स्वयं त्रुटिहीन है? आइए, इस हिंदी ब्लॉग के जरिए थोड़ी सी चुटकी लें, थोड़ी सी आत्मालोचना करें।
2 Comments:
बेचारा अपहृत... क्या हिंदी कुछ ज्यादा ही कठिन भाषा है, जो इतने आम शब्दों के मतलब भी लोगों को भूल रहे हैं। ये बिल्कुल वैसे ही है जैसे एक अखबार में कुछ दिन पहले छपा था कि कृतघ्न राष्ट्र ने इंदिरा गांधी को याद किया।
हा-हा-हा। पुलिस वालों की भाषा से आप और उम्मीद भी क्या लगाते हैं? और अखबारों के विज्ञापन वालों को भाषा से क्या लेना-देना है वे तो बेचारे वैसे ही कट पेस्ट से आगे कुछ नहीं जानते। - हम हैं हमारा
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