क्या आप उन्हें कायर साबित करना चाहते हैं?
राजस्थान के रेगिस्तान में भारत-रूस संयुक्त सेनाभ्यास के दौरान 16 अक्तूबर को एक दुर्घटना हो गई। विमान से पैराशूट के जरिए धरती पर उतारा गया वाहन, जिसमें घातक हथियार थे, उस स्थान के एकदम करीब आकर गिरा जहां रूसी रक्षा मंत्री और भारतीय थलसेनाध्यक्ष बैठे थे। वाहन के नीचे गिरते ही वे वहां से अलग हट गये। कोई और भी होता तो शायद यही करता। वाहन की चपेट में आकर जान देना कोई युद्ध के मैदान में शहीद होने जैसी गौरवशाली बात तो है नहीं। लेकिन दैनिक भास्कर कुछ और ही सोचता है। जरा उसके पहले पन्ने की लीड न्यूज का शीर्षक देखिए। आखिर वह क्या सिद्ध करना चाहता है?
4 Comments:
हिन्दी अखबार सनसनी फ़ैलाकर अपना सामान बेचना चाहते हैं भई सभी को अपनी दुकान चलानी है। अब स्टार न्यूज को ही लो, समाचार देखने वाले तबके को दरकिनार करने ये जनाब,उन लोगों को स्टार न्यूज के दर्शक बना रहे है, जिनके लिये समाचार का मतलब ही रेप,हत्या,लूट, बलात्कार और ठगी होता है। क्या जमाना आ गया है यार!
छि-छि ! ऐसी घटिया दर्जे की भाषा लिखते हुए शर्म आनी चाहिये । निकृष्टता का इससे उत्तम उदाहरण और क्या होगा ?
फ़ोटो बहुत छोटी है। मैं तो पढ़ भी नहीं पा रहा।
जीतेंद्र भाई,
या तो यह शीर्षक किसी ने वाहवाही लूटने के लिहाज से लगाया होगा या फिर निकृष्ट कोटि की परनिंदा का आनंद लेने के लिए।
बालेन्दु
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