तो अब बालों का भी कत्ल होने लगा?
दैनिक भास्कर ने सनसनीखेज खबर छापी है कि दिल्ली में एक सिख युवक के बालों का कत्ल कर दिया गया। रिपोर्टर शायद कोई भावुक किस्म का या फिर बहुत ज्यादा धार्मिक प्राणी रहा होगा। लेकिन जिस तरह उपसंपादक और मुख्य उपसंपादक ने भी खबर को यूं ही जाने दिया, उससे लगता है कि वे भी रिपोर्टर के स्टैंड से असहमत नहीं होंगे। युवक के बालों को भी अपने इस नए स्टेटस पर गर्व हो रहा होगा कि कटे तो जरूर मगर कत्ल का शोर करवाकर। यह खबर पढ़ने के बाद उंगली कटाकर शहीद होने वाली बात उतनी असंभव नहीं लगती। भई जब बाल कत्ल हो सकते हैं तो उंगली शहीद क्यों नहीं?
4 Comments:
बहुत दिनो बाद मिडीया की खबर ली.. :)
अतिरेक में केशो का कत्ल हो जाता हैं !
अब बिक्री बढ़ाने के लिए सनसनी फैलानी तो ज़रूरी है।आज केश कत्ल हुए है कल ऐसी खबरे पढ़ कर लोग होगें। पर उन्हें क्या?
sir
apko maloom hai sikh dharm me bal katne ko kesh katal hi kahte hai. mahanubhv ye MANAK BHASHA hai hindi hai nahi. ummid hai ab apko samjh aa gya hoga ki KESH KYO KATAL HUYE.
धर्मेंद्रजी, ज्ञानवर्धन के लिए धन्यवाद। मगर क्या दैनिक भास्कर एक धार्मिक अखबार है जिसका इस तरह की भाषा इस्तेमाल करना जायज हो?
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