नवभारत टाइम्स सही या इकॉनामिक टाइम्स?
दिल्ली के बीआरटी कॉरीडोर को लेकर कई दिनों से अखबारों में खूब खबरें छप रही हैं। नवभारत टाइम्स और इकॉनामिक टाइम्स ने भी इस बारे में एक ही दिन खबर छापी लेकिन दोनों अलग-अलग बात कहती है। नभाटा का कहना है कि बीआरटी कॉरीडोर का परीक्षण बुरी तरह नाकाम रहा जबकि इकॉनामिक टाइम्स का कहना है कि उसका परीक्षण सफल रहा। दोनों एक ही दिन के अखबार, दोनों एक ही समूह के अखबार, दोनों एक ही भाषा के अखबार। उस पर तुर्रा यह कि नवभारत टाइम्स खरीदने वालों को इकॉनामिक टाइम्स (हिंदी) मुफ्त दिया जा रहा है। अब पाठक किसकी बात सही माने?
2 Comments:
जिसमें सफल हुआ है वो इकोनोमिक वाला कारीडोर है. आप इतना भी नहीं समझते!
खैर, एक ही खबर के कई पहलु होते हैं (हाँ हाँ, उठाई हुई line है, पता है :D).
पर सही है! यह दिखाता है की खबरें कैसे बनती हैं.
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